कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया था ?
कंप्यूटर टेक्नोलॉजी फील्ड का बहुत ही बढ़िया आविष्कार है जिसने हमारे रोजाना की जिंदगी को काफी आसान कर दिया है लेकिन क्या आप जानतें हैं की कंप्यूटर क्या है और इस खूबसूरत चीज कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया था ?
देखने में तो यह केवल एक छोटी सी मशीन है लेकिन इससे मनुष्य ने इतने बड़े-बड़े कार्य को सफल बनाया है जो कि Computer की आविष्कार से पहले लगता था कि कभी भी Possible नहीं हो पाएंगे.
आजकल लगभग सभी कार्य Technology और Machines के द्वारा ही किए जाते हैं जिसमें से Computer का योगदान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है.
आजकल Computer की जरूरत और इस्तेमाल इतना बढ़ गया है कि जिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है वह भी कंप्यूटर चलाना भी सीख रहे है क्योंकि सभी लोग जान गए है कि भविष्य में Computer की महत्वता और भी ज्यादा बढ़ने वाला है.
तो चलिए आज का Article शुरू करते हैं जिसमें आप Computer के बारे में सारी Important Information जानोगे जैसे कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया और इसकी जरूरत क्यों पड़ी ?
कंप्यूटर का आविष्कार किसने और कब किया था ?
Computer का आविष्कार एक English Mathematician “चार्ल्स बैबेज” ने किया था और उन्हें “Father of Computers” भी कहा जाता है .
1822 में चार्ल्स बैबेज कुछ Complex Mathematical Operations को Perform करने के लिए एक Device बनाया जिससे Difference Engine का नाम दिया गया .
इसलिए बहुत सारी मुश्किलों के बाद उन्होंने पहले अपने Engineers के साथ मिलकर एक Analytical Engine बनाया जो कि मुश्किल से भी मुश्किल Mathematical Operations को Solve कर देता था.
यह Device भी Computer की Invention से बहुत दूर था. इसके बाद बहुत सारी कोशिशों के बाद उन्होंने CPU की तरह ही एक Processor बनाया. इस तरह से Computer में Innovations का सिलसिला चलता रहा.
और 1872 में चार्ल्स बैबेज की मौत हो गई. उनकी मौत के बाद भी बहुत सारे Inventors ने Computer की Inventions को Continue रखा और लाखों सफल प्रयासों के बाद इस Computer को बनाया गया जो हम आज इस्तेमाल करते हैं.
कंप्यूटर |
अविष्कारक |
समय |
The Analytical Engine | Charles Babbage |
1822 |
The Turning Machine | Alan Turning |
1936 |
The Z Series Computers | Konrad Zuse |
1936 |
Atanasoff-Berry Computer | John Vincent Atanasoff and Clifford Berry |
1942 |
ENIAC | John Presper Eckert and John W.Mauchly |
1946 |
The CDC 6600 Supercomputer | Seymour Cray |
1964 |
Personal Computer | Henry Edward Roberts |
1974 |
Laptop or Portable Computer | Adam Osborne |
1975 |
Apple I | Steve Wozniak |
1976 |
PARAM 8000 Supercomputer | Vijay Pandurang Bhatkar |
1990 |
इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार
दुनिया का सबसे पहला Electronic Digital Computer American Inventor और Physicist के द्वारा 1930 में Introduce किया गया था जिसका नाम ABC (Atanasoff-Berry Computer) था.
इसलिए उन्हें Father of Electronic Computer भी कहा जाता है. इस कंप्यूटर का Invention State College जो कि अब State University के नाम से जानी जाती है, में किया गया था.
और फिर जल्दी ही इन Computer को Scientific और Technical Field में भी इस्तेमाल किया जाने लगा जैसे कि मौसम का अनुमान लगाने के लिए Computer का इस्तेमाल किया जाने लगा.
Electronic Computer उन Computers को कहा जाता है जिसमें सभी तरह की Calculations को Automatically Perform किया जाता है. जैसे कि पहले Abacus का इस्तेमाल Calculations करने के लिए किया जाता था.
वह भी एक तरह का Electronic Computer था लेकिन उसमें Calculations को Automatically करने की क्षमता नहीं थी. सबसे पहले Electronic Computer को 1950 में Military के लिए Design किया गया था.
Electronic Computer की Examples Calculators, Accounting Machines, ATM, Digital Clock आदि हैं. Mathematical Operations को Perform करने के लिए ही नहीं बल्कि बहुत सारी Information को Process करने के लिए.
इस Computer में सभी Mathematical और Logical Operations को Perform करने के लिए एक Sequence और Program को Follow किया जाता है.
पर्सनल कंप्यूटर
पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार John Blakenbaker के द्वारा किया गया था और इसे Computer History Museum के द्वारा World का पहला Personal Computer माना जाता है.
इस कंप्यूटर को पहली बार 1971 में इसके Invention के एक साल बाद Sale किया गया था. इस कंप्यूटर की Cost $750 थी क्योंकि इसको बनाने वाली Corporation का नाम Kenbak था, इसलिए कंप्यूटर का नाम भी Kenbak-I रखा गया.
लेकिन Personal Computer Term को पहली बार 1975 में Ed Roberts द्वारा इस्तेमाल किया गया. जब उन्होंने Altair 8800 का Invention किया. इसलिए कई लोगों द्वारा इस कंप्यूटर को भी दुनिया का पहला Pesonal Computer माना जाता है.
इन Computers को खासतौर पर Personally एक व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाता है. इस तरह के Computer को आप घर या Office में देख सकते हैं.
Personal Computer के Examples Desktop Computer और Laptops है. इन Computer की Cost भी बहुत कम होती है जिन्हें एक व्यक्ति के द्वारा आसानी से Afford किया जा सकता है.
Personal Computers में दो तरह की Memory, RAM और ROM, Input Output Devices और CPU होता है. Personal Computer को Single-user Computers भी कहा जाता है और आजकल तो इसे Short-form में PC कहा जाता है.
इन Computers के इस्तेमाल की शुरुआत 1980 से की गई थी. सबसे पहला Personal Computer का Invention 1971 में किया गया था जिसका नाम Kenbak-1 वाला था.
सुपर कंप्यूटर
Super Computer उन Computers को कहा जाता है जिनकी काम करने की क्षमता बहुत ही High Level पर और बहुत तेज होती है.
इन Computers को Powerful Computers भी कहा जाता है जिसमें मुश्किल से भी मुश्किल Calculations को कुछ ही घंटों में करने की योग्यता होती है.
इन Computer में से हजारों Processors होते हैं जिससे कि इसकी काम करने की Speed सबसे Highest और Fastest होती है.
Super Computers को खासतौर पर Scientific या फिर Engineering Field के काम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर इन Computer का इस्तेमाल घर या Office में नहीं किया जाता.
इन Computer को Specially Science के Field में मुश्किल से मुश्किल Problems को Solve करने के लिए Design किया गया है.
Super Computer को सबसे पहले 1960 में Seymour Roger Cray द्वारा Introduce किया गया था. इस Supercomputer का नाम CDC 6600 था.
इस कंप्यूटर को Control Data Corporation और Cray Research में Invent किया गया था. Seymour Cray ने 1920 से ही इस कंप्यूटर की Design के लिए काम करना शुरू की कर दिया था, जिसमें Sperry Rand भी उनके साथ थे.
भारत में सबसे पहले Supercomputer का Invention 1991 में Indian Architect Bhatkar के द्वारा किया गया था जिसका नाम PARAM 8000 था. और 1990 के बाद बहुत सारे Businesses में Super Computer का इस्तेमाल होना शुरू हो गया था.
केवल Scientific Institutions में ही नहीं बल्कि आजकल बहुत सारी Enterprises में High Level Performance के लिए Super Computer का इस्तेमाल होने लगा है.
Science में Super Computer को Weather Forecasting, Oil and Gas Exploration और Climate Research जैसे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
लैपटॉप कंप्यूटर
दुनिया के सबसे पहले Laptop का Invention Adam Osborne के द्वारा 1981 में किया गया था. जिसका नाम Osborne-I था. उस समय इस Laptop की कीमत $1795 थी.
यह Laptop एक बहुत ही Small Size का Tiny Computer था,जिसका Size 24 Pounds था. और इसमें सब कुछ Built-In था.
Adam Osborne Osborne Computer Corporation के Founder भी हैं, इसलिए उन्होंने अपने पहले Laptop का नाम भी Osborne-I रखा.
Laptop भी एक तरह के Personal Computer ही होते हैं. बस Computer और Laptop में इतना फर्क होता है कि Laptop को बहुत आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है.
Laptop को Small Personal Computer भी कह सकते हैं जिसका Size भले ही छोटा होता है लेकिन इसमें Computer के सारे Features होते हैं.
Laptops को Business, School, घर सभी जगह इस्तेमाल किया जाता है. क्योंकि इसे एक जगह से दूसरी जगह लेकर जाना आसान होता है इसलिए ज्यादातर लोग Computer के बजाय Laptop को ही लेना पसंद करते हैं.
और दूसरा यह भी है कि इसे बिजली के बिना भी चलाया जा सकता है क्योंकि Laptop में फोन की तरह ही बैटरी होती है जिससे Charge करके इससे लंबे समय तक काम लिया जा सकता है.
Laptop में सारे Input और Output Devices Built-in होते हैं जैसे कि Monitor, Keyboard, Speakers, Touchpad. इसमें कोई भी Peripheral Devices अलग से Connect करने की जरूरत नहीं होती है.
Laptop को Notebook Computer भी कहा जाता है क्योंकि यह बिल्कुल एक Notebook की तरह ही बहुत Thin होते हैं जिन्हें बहुत आसानी से Trasnport करके कहीं भी ले जाया जा सकता है.
मोबाइल कंप्यूटर
Mobile Computer उन Computer को कहा जाता है जिनमें कोई भी Communication करने के लिए किसी Wire की जरूरत नहीं होती है.
जैसे कि Smartphones, Tablets, iPad, Smart Watches आदि. Mobile Computer का इस्तेमाल किसी भी जगह किया जा सकता है जहां पर इंटरनेट की Facility मौजूद हो.
Mobile Computer सभी Mobile Devices को भी कहा जाता है जिनमें की सभी Functions को Automatically Perform करने की योग्यता होती है. और आजकल तो इन Computer का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है.
प्रोग्रामेबल कंप्यूटर
World का सबसे पहला Programmable Computer, Konrad Zuse जो कि German Civil Engineer, Computer Scientist और Inventor है, के द्वारा 12 मई 1941 को किया गया था जिसका नाम Z1 था.
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि इस कंप्यूटर का Invention Konrad Zuse ने अपने Parents के Living Room में 1936 से 1938 दौरान किया था लेकिन उसे Publically 1941 को Introduce किया गया.
यह Invention Konrad Zuse की सबसे महान Invention थी, जिसके लिए उन्हें कई Awards जैसे कि Wilhelm Exner Medal भी दिया गया.
Programmable Computer वह Computer होते हैं जो Users के द्वारा दी गई Instructions को Execute और Program करते हैं.
Programmable का मतलब होता है कि जो भी Data और Instructions दिए जाते हैं. वह Logically बिल्कुल Same होते हैं और Same Place पर ही Store होते हैं जैसा कि Computer में होता है.
जैसे कि Opera, Mozilla Firefox और Chrome जिनका इस्तेमाल Internet में Web Pages को देखने के लिए किया जाता है.
आजकल लगभग सभी Computer Programmable Computers हैं जैसे कि Laptop और Desktop Computers, जो कि लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं.
सबसे पहला Programmable Computer जिसे World War II के दौरान United States के द्वारा बनाया गया था. वैसे तो इस Computer के आने से पहले भी बहुत सारे Computing Devices थे.
लेकिन उन्हें Programmable Computer नहीं कहा जा सकता क्योंकि उनका इस्तेमाल सिर्फ Calculations के लिए किया जाता था.
सबसे पहला कंप्यूटर कब और कहां बनाया गया ?
इस सवाल का जवाब Computer की Classification के हिसाब से अलग-अलग है. दुनिया का पहला Computer “ENIAC” था जिसे J.Presper Eckert और John Mauchly के द्वारा University of Pennylvania में Invent किया गया था.
इस Computer का वजन 50 टन था क्योंकि इसमें 18000 Vacuum Tubes का इस्तेमाल किया गया था. इस Computer को रखने के लिए 18000 Square Feet जगह की जरूरत पड़ती थी.
इस Computer की खोज से पहले मनुष्य को ही Computer माना जाता था क्योंकि Computer के द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य मनुष्य ही करते थे जैसे कि Calculations करना और Arithmetical Operations को Perform करना.
भारत का सबसे पहला कंप्यूटर कब और किसने बनाया ?
भारत में सबसे पहला कंप्यूटर 1952 में Dr. Dwijish Dutta Majumdar के द्वारा बनाया गया था जिसका नाम TIFRAC (Tata Institute of Fundamental Research Automatic Calculator) था. इस कंप्यूटर को Tata Institute of Fundamental Research Mumbai में बनाया गया था.
इस कंप्यूटर को 1950 में Develop किया गया था लेकिन इसका इस्तेमाल 1965 से Start हुआ था. इस कंप्यूटर में 27 Vaccum Tubes और 12,500 Resisters Included थे.
इस कंप्यूटर के इस्तेमाल से पहले इंडिया में 1956 में पहला कंप्यूटर Purchase किया था. इस कंप्यूटर की कीमत 10,00,000 थी और इससे कोलकाता के Indian Statistical Institute में Install किया गया था.
यह कंप्यूटर इतना Advance नहीं था बल्कि केवल एक बहुत ज्यादा Sound करने वाली मशीन जैसा था और इसका Size भी बहुत बड़ा था.
इस कंप्यूटर का नाम HEC 2M था और इसे ही भारत का पहला Digital कंप्यूटर माना जाता है. बाद में Indian Statistical Institute के द्वारा 1953 में भी एक Analog कंप्यूटर बनाया गया था जो कि Technically भारत का सबसे पहला कंप्यूटर था.
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर
Param 8000 भारत का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर था . PARAM नाम एक संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है Supreme. Supreme का मतलब है पहला, जो सबसे पहले बनाया गया. इसलिए इस कंप्यूटर का नाम PARAM रखा गया.
इस कंप्यूटर को 1990 में बनाया गया था और इसके बाद PARM कंप्यूटर की Series शुरू हो गई जिसमें कुछ सालों के अंतराल में एक नए PARAM सुपर कंप्यूटर के Model को Release किया जाता था.
हाल ही में साल 2020 में PARAM Series का सबसे Fastest और Latest कंप्यूटर PARAM Siddhi AI Release किया गया जो कि दुनिया के Fastest Computers में से 63rd Rank पर है.
PARAM कंप्यूटर उस समय भारत का सबसे पहला और World का United States के बाद दूसरा सबसे ज्यादा Powerful Computer था.
केवल भारत में ही नहीं बल्कि इस कंप्यूटर की Success इतनी अच्छी थी कि इसे दूसरी Countries जैसे Germany, UK और Russia में भी Export किया गया था.
क्योंकि इस सुपर कंप्यूटर की कीमत पहले सुपर कंप्यूटर के मुकाबले कम थी इसलिए इसे और भी बहुत सारे Buyers ने Purchase किया था.
PARAM 8000 के बाद इसके अगले Model PARAM 8600 को Launch किया गया. इसके बाद इस Series के अगले Models PARAM 9000, PARAM 10000, PARAM Padma, PARAM Yuva, PARAM Yuva II, PARAM ISHAN, PARAM Brahma, PARAM Siddhi-AI को Launch किया गया.
सामान्य लोगों के लिए कंप्यूटर
1980s में सामान्य लोगों के लिए कंप्यूटर को Available करवाया गया था. Public के लिए सबसे पहले Home Computers को 1977 में Market में Launch किया गया था जो कि Microcomputer Series के Computers थे और धीरे-धीरे 1980s बहुत Popular हो गए थे और बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगे थे.
इन कंप्यूटर का Price Scientific and Engineering के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले Computer से बहुत कम था इसलिए सभी लोग इसे इसलिए Easily Afford कर सकते थे.
Home Computers में Graphics और Sound System दूसरे Computers से ज्यादा अच्छा था. इन Computers का ज्यादातर इस्तेमाल Videos Games खेलने के लिए, Word Processing के लिए और Homework करने के लिए किया जाता था.
1970 में Launch किया गया कि TRS-80 Super Micro Computer सबसे ज्यादा Popular हुआ Home Computer था जिसे USA में Launch किया गया था. इस कंप्यूटर की Success के बाद 1970 में ही Apple II Home Computer को Launch किया गया.
इससे पहले 1965 में भी आम Public के लिए Home Computers को Launch किया गया था पर इनकी Sale बहुत कम थी. पर 1970 से जैसे-जैसे Computer Processors के Production बढ़ने लगी वैसे वैसे ही कंप्यूटर का Price भी कम हो गया और यह आम लोगों के लिए भी Affordable बन गए.
सबसे पहला Personal Computer जो Public के लिए बनाया गया था वह Kenbak-1 था जिसे 1971 में Release किया गया था. इस कंप्यूटर का अविष्कार और इसे बनाने का का काम John Blankanbaker of Kenbak Corporation के द्वारा बनाया गया था.
कंप्यूटर के आविष्कार से जुड़े अजीबोगरीब तथ्य
- दुनिया का सबसे पहला Digital Computer जिसका वजन 27 टन था और इसे रखने के लिए 1800 Square Feet जगह की जरूरत पड़ती थी.
- सबसे पहला Computer Mouse एक लकड़ी का बनाया गया था जिससे सन 1968 में पहली बार इस्तेमाल किया गया था.
- सबसे पहले Machine Language का इस्तेमाल Computer Program में किया गया था.
- पहला कंप्यूटर वायरस सन 1971 में बनाया गया था जिसका नाम Creeper था. यह Virus सिर्फ एक Experiment था जो यह देखने के लिए बनाया गया था कि यह कितनी तेजी से एक Computer से दूसरे Computer में फैलता है.
- हर महीने लगभग 5000 से भी ज्यादा Computer Virus बनाए जाते हैं.
- दुनिया का सबसे पहला E-Mail America के Cambridge शहर में भेजा गया था. यह E-Mail एक कमरे में ही रखे दो Computer के बीच भेजा गया था.
- सन 1997 में Deep Blue नाम के एक IBM Supercomputer ने World के Chess Champion Garry Kasparov को Chess में हरा दिया था.
- World Wide Web को 1990 में Tim Berners Lee के द्वारा Invent किया गया था.
- सबसे पहले Apple Computer को 1976 में Sale किया गया था जिसकी Cost $666.6 थी.
- Russia ने 1936 में एक ऐसे Computer का आविष्कार किया था जो कि पानी में भी काम करता था.
- सबसे पहले 1GB Hard Disk को 1980 में बनाया गया था जिसका वजन 550 Pounds था.
- Windows Project को 1982 में Start किया गया था और इसका असली नाम Interface Manager है.
FAQ – कंप्यूटर के आविष्कार से जुड़े महत्वपूर्ण 11+ सवालों के जवाब
दुनिया का सबसे Best सुपर कंप्यूटर किस Country में है ?
दुनिया का सबसे Fastest कंप्यूटर कौन सा है ?
दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर कौन सा है ?
Computer का Full-Form क्या है ?
Laptop की Full-form क्या है ?
दुनिया का सबसे Powerful कंप्यूटर किस देश में है ?
कंप्यूटर का Heart किसको कहा जाता है ?
Mother of Computers किन्हें कहा जाता है ?
दुनिया का सबसे पहला Laptop कब और कहां बनाया गया था ?
भारत में सबसे पहला कंप्यूटर कब और किसके द्वारा बनाया गया था ?
क्या Human Brain एक कंप्यूटर से ज्यादा Fast होता है ?
कंप्यूटर और Human Brain दोनों की Performances में बहुत फर्क है. कंप्यूटर Logical और Calculations करने के लिए सबसे ज्यादा Fastest Machine है.
वहीं दूसरी तरफ Human Brain नए Ideas को Invent करने के लिए सबसे ज्यादा Fast है. Brain में Imagination को करने की क्षमता सबसे ज्यादा होती है लेकिन कंप्यूटर में दी गई Instructions को Perform करने की क्षमता ज्यादा होती है.
कंप्यूटर का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किस Country में किया जाता है ?
Conclusion – आज हमने क्या सीखा ?
Computer के आने के बाद हमारे रोजाना के कार्य इतने सरल हो गए है कि पहले जिस कार्य को करने के लिए बहुत ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ती थी वही सब कार्य अकेला Computer ही कर रहा है.
आज के युग को Computer युग या Technology युग कहना भी गलत नहीं होगा क्योंकि जब Computer का आविष्कार हुआ था तब इसका इस्तेमाल सिर्फ Calculations करने के लिए किया जाता था.
लेकिन आज लगभग हर एक कार्य में Computer का सहयोग है. कंप्यूटर हमारे जीवन का इतना अमूल्य और अहम हिस्सा बन चुका है कि इसके बिना जिंदगी जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती.
Very knowledgeable in Comp. Field !🙏
Great.
This vensite is very good and important
Great..Thanks Sumit Ji
Goood
Thanks Dost..!!